सभी के मन में एक ही सवाल अभी है की कृष्णा जन्माष्टमी कब है तो आईये जानते है जन्माष्टमी भाद्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाते हैं जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण के बालरूप की पूजा की जाती हैआइए जानते हैं जन्माष्टमी की तिथि कब से कब तक है और शैव और वैष्णव समुदाय के लोग किस दिन मनाएंगे कृष्ण जन्मोत्सव भगवान कृष्ण की पूजा-पाठ में लोग सुबह-शाम लगे रहते हैं. खासतौर पर जन्माष्टमी (Janmashtami) के लिए कृष्ण के भक्त बहुत उत्सुक रहते हैं. इस साल की कृष्ण जन्माष्टमी के लिए भी तैयारियां शुरू हो गई हैं
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन धार्मिक मान्यता के मुताबिक भगवान श्री कृष्ण की पूजा आराधना की जाती है. मठ-मंदिरों में भजन कीर्तन किया जाता है. उसके बाद भगवान का जन्म होने के बाद भक्तों में प्रसाद वितरित होता है. खासतौर पर वृंदावन और मथुरा जैसे शहरों में इस दिन की रौनक देखने वाली होती है हर वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है
जन्मोत्सव का सही समय क्या है ? और कितने बजे बनाया जायेगा
हर वर्ष भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। यह दिन श्रीकृष्ण को समर्पित होता है। जन्माष्टमी के इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-उपासना की जाती है। मान्यता है कि भगवान कृष्ण के शरणागत रहने वाले जातकों को मृत्यु लोक में स्वर्ग समान सुखों की प्राप्ति होती है। इसी कड़ी में आइए जान लेते हैं कि इस साल कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत कब रखा जाएगा कृष्ण जन्माष्टमी (कृष्णाष्टमी, सातम आठम, गोकुलाष्टमी, अष्टमी रोहिणी, श्रीकृष्ण जयंती, श्री जयंती, जन्माष्टमी) सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है जो भगवान विष्णु के आठवें अवतार कृष्ण के जन्म का जश्न मनाता है
यह हिंदू महीने भाद्रव के आठवें दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त या सितंबर में होता है हर साल के भाती इस साल भी बड़ी धूम धाम से मनाये जायँगे भगवान कृष्णा जी का जन्मोत्सव